लेखक श्री राजेश अलोने इलेक्ट्रिकल इंजिनियर
हमारे जीवन में ELECTRICITY या करंट की कितनी अहमियत है यह बताने की जरूरत नहीं है| क्योंकि हमें हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम के लिए बिजली की आवश्यकता होती है| रोजमर्रा की जिंदगी में हमें MOBILE CHARGING लैपटॉप और घर के सभी INSTRUMENT चलाने के लिए इलेक्ट्रिसिटी की जरूरत होती है
लेकिन ELECTRICITY का आविष्कार कैसे हुआ| आज हम इस पोस्ट में यही जानेंगे कि बिजली का आविष्कार कब और किसने किया|

दुनिया में कुछ खोजे ऐसी होती कि वह दुनिया को बदल कर रख देती है| इन्हीं में से एक इलेक्ट्रिसिटी की भी खोज है|
जैसे कि SCIENCE के अनुसार हम जानते हैं कि ENERGY को ना तो नष्ट किया जा सकता है और ना ही उत्पन्न किया जा सकता है| इसे एक रुप से दूसरे रूप में TRANSFER किया जा सकता है|
ELECTRICITY की खोज में कई बड़े-बड़े विज्ञानियों का हाथ रहा है| लगभग 600 ईसा पूर्व एक महान वैज्ञानिक thales ने पता लगाया एक कांच के टुकड़े को किसी रेशम या बिल्ली के बालों पर रगड़ने से उसमें एक ऐसी ENERGY आ जाती है कि वह हल्की चीजों को अपनी ओर आकर्षित करती है लेकिन दुर्भाग्यवश इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और इसे जादु का नाम दिया गया|
बाद में thales से ने इस पर बहुत रिसर्च की और उसे समझ में आया कि यह जादू नहीं साइंस है| फिर thales ने अपनी इस खोज को इलेक्ट्रिसिटी का नाम दे दिया
इसके बाद सन 1752 में बेंजामिन फ्रैंकलीन नाम के एक वैज्ञानिक ने साबित किया की आसमान में चमकने वाली बिजली और बिजली से होने वाला स्पार्क दोनों एक ही चीज है| उन्होंने इसका प्रयोग करने के लिए बरसात के दिनों में पतंग से एक गिली रस्सी बांधी और पतंग को तेज आंधी तूफान में उड़ाने लगे जैसे ही पतंग ऊपर गई गीली रस्सी के जरिए बिजली का झटका बेंजामिन फ्रैंकलीन को लगा इसके बाद उन्होंने साबित कर दिया कि आसमान में चमकने वाली बिजली और इलेक्ट्रिसिटी एक ही चीज है|
सन 1800 एक वैज्ञानिक एलेग्जेंडर वोल्टा ने एक जबरदस्त खोज की और वह खोज यह थी कि केमिकल रिएक्शन से भी बिजली बनाना संभव है| और उन्होंने एक इलेक्ट्रिक सेल का आविष्कार किया और इसी वैज्ञानिक के नाम पर volt यूनिट नाम रखा गया
सन 1931 में माइकल फैराडे ने बिजली की खोज में एक क्रांतिकारी काम किया| उन्होंने बताया कि एक तांबे की COIL में चुंबक को घुमाया जाए तो इससे भी बिजली पैदा की जा सकती है|

फिर सन 1878 में थामस एडीसन नाम के वैज्ञानिक ने फिलामेंट बल्ब का आविष्कार किया| आज भी बल्ब के आविष्कारक के रूप में थॉमस एडिसन को ही माना जाता है|
लेकिन उस समय तक सिर्फ DC CURRENT का ही उपयोग किया जाता था| और उल्टा के द्वारा बनाई गई बैटरी भी डीसी करंट पर ही काम करती थी| इस CURRENT में खतरा बहुत ज्यादा होता था इसके अलावा इसे को 2 से 3 किलोमीटर तक ही TRANSMIT किया जा सकता है|
और जहां भी बिजली पहुचना होता था वहां एक ग्रीड बनाना पड़ता है जिससे इसकी कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है|
थॉमस एडिसन की कंपनी में एक और महान वैज्ञानिक काम करते थे जिनका नाम निकोला टेस्ला था| टेस्ला को DC CURRENT की कमियों के बारे में पता था और वे AC CURRENT बनाने पर काम कर रहे थे|
AC का मतलब होता है अल्टरनेटिंग करंट और वह चाहते थे कि एक ऐसा करंट बनाया जाए जो कि सुरक्षित हो और उसे काफी दूर तक TRANSMIT किया जा सके|
जब निकोला टेस्ला ने एडिशन को AC CURRENT के बारे में बताया तो एडिशने इसे USE करने से मना कर दिया और कहा की आपको जो भी EXPERIMENT करना है वह हमारे DC CURRENT GENRATOR पर करो| इसके बाद निकोला टेस्ला ने थॉमस की कंपनी को छोड़ दिया और AC CURRENT की MOTOR और GENRATOR पर काम करना शुरू कर दिया|
आखिरकार सन 18 87 में निकोला टेस्ला ने AC CURRENT का अविष्कार कर डाला| और यह एक ऐसा कारण था जिसे कई किलोमीटर तक बड़ी आसानी से transmit किया जा सकता था|
इस तरह बिजली की खोज करने में कई सारे वैज्ञानिक का योगदान था उन्हीं की बदौलत आज हमें इतनी आसानी से बिजली का उपयोग करने के लिए मिल रहा है और हमारी जिंदगी इतनी आसान हो गई है|
भारत में बिजली का आविष्कार
बात की जाए भारत की तो भारत में सबसे पहले बिजली का आविष्कार किसने और कहां पर हुआ तो भारत में सबसे पहले बिजली सन 1879 में कोलकाता शहर में आई थी| और भारत में सबसे पहले बिजली बनाने वाली कंपनी सन 1899 में कोलकाता में ही लगाई गई थी| इसके बाद सन 1905 दिल्ली में डीजल से बिजली का उत्पादन किया जाने लगा
इसके बाद धीरे-धीरे दूसरे शहरों में भी बिजली का उत्पादन होने लगा इस तरह भारत में बिजली का आगमन हुआ|
अब हमने यह तो जान लिया कि बिजली की खोज कैसे हुई है| चलिए अब यह जानते हैं कि आज हम कैसे बिजली पैदा की जाती है|
आज के जमाने में हम दो तरह से बिजली पैदा करते हैं
पहला प्रायमरी सोर्स

ऐसी SOURCE जिसे प्रकृति से हासिल किया जाता है PRIMERY SOURCE कहलाते हैं| जैसे सूर्य की किरणें ज्वार भाटा और हवा| यह प्राइमरी सोर्सेज में आते हैं लेकिन इनसे लगातार बिजली उत्पन्न करना संभव नहीं है इसीलिए इन सोर्स इसका उपयोग सिमित रूप में किया जाता है|
भारत में इस प्रकार के SOURCE को अधिक बढ़ावा देने के लिए जोर दिया जा रहा है|
SECONDARY SOURCES

पानी, कोयला, तेल और गैस ऊर्जा के SECONDARY SOURCES में आते हैं |
इनका उपयोग करके हम बड़ी मात्रा में बिजली बनाते हैं|
INTERESTING FACT OF ELECTRICITY
1) आसमान से गिरने वाली बिजली दस लाख वोल्ट की होती है| इसलिए जब भी बिजली गिरती है बहुत ज्यादा नुकसान होता है जबकि हमारे घरों में आने वाली बिजली 220 वोल्ट की होती है
२) भारत में हर साल बिजली गिरने से 2500 से 3000 लोगों की मौत होती है|
एक सर्वे के मुताबिक बिजली गिरने से 70% पुरुष जबकि 30% महिलाएं की मौत होती है|
3) बिजली का अविष्कार नहीं हुआ था इसकी खोज हुई थी| बिजली से इंसानों का ताल्लुक कई साल पुराना है| 1930 में एक खोज में जो चीजे निकल कर सामने आई है| उस खोज में पुराने जमाने की कुछ बैटरी निकलते सामने आई है इससे पता लगता है कि बहुत पहले से इन्सान बिजली का use करता आ रहा है|
सारांश
DISCOVERED OF ELECTRICITY के बारे में इस पोस्ट में जानकारी दी गई है|
ELECTRICITY से संबंधित कोई सवाल यदि आपके मन में है कमेंट करके पूछ सकते हैं| ELECTRICITY की यह जानकारी आपको कैसी लगी? कृपया कमेंट करके जरूर बतायें| तथा इस जानकारी को अपने मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें|
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