लेखक श्री राजेश अलोने विद्युत अभियंता
थर्मिस्टर
जब थर्मल यानि की तापमान और प्रतिरोध के गुणों को मिलाया जाए तो एक तीसरा गुण बनता है जिसे थर्मिस्टर के नाम से जानते है| थर्मिस्टर एक प्रकार का प्रतिरोध होता है| इसका तापमान बढ़ाने या घटाने से प्रतिरोध भी तेजी से घटता और बड़ता है |
थर्मिस्टर का प्रतिरोध तापमान के कारण बदलता है क्योंकि यह तापमान पर निर्भर होता है| इसे बनाने में अर्धचालक धातुओ जैसे निकिल, कोबाल्ट आदि का उपयोग किया जाता है|
यह आकार में छोटा होता है और तापमान मापने के हिसाब से बहुत अच्छा डिवाइस होता है| इसे जब इलेक्ट्रिकल डिवाइस जैसे टेलीविज़न , फ्रीज़ , आदि में लगाया जाता है तो इसे सर्किट के सीरीज में ही जोड़ा जाता है|
थर्मिस्टर का रजिस्टेंस उसको बनाने के लिए उपयोग किये गये मटेरियल पर भी निर्भर करता है| यह रजिस्टेंस में परिवर्तन इसके तापमान में परिवर्तन करने से होता है| क्योकि ये एक प्रकार का नॉनलीनियर गुण दर्शाने वाला उपकरण है| जब तापमान और रजिस्टेंस के बिच में ग्राफ खिचे तो यह ग्राफ लिनिअर न आकर एक Curve के जैसा है| यह ये दर्शाता है की इसको बनाने के लिए किस मटेरियल का उपयोग किया है|
थर्मिस्टर के प्रकार
थर्मिस्टर टेम्परेचर के आधार पर दो प्रकार के होते है
पॉजिटिव टेम्परेचर Coefficient थर्मिस्टर
ये थर्मिस्टर टेम्परेचर Coefficient पॉजिटिव होते है| इसे PTC भी कहा जाता है | इसका तापमान बढ़ने से प्रतिरोध बड़ता जाता है और तापमान कम करने से प्रतिरोध कम होता है | इसका उपयोग उपकरण में फ्यूज के रूप में किया जाता है| विद्युत सर्किट को ओवरकरंट से बचाने के लिए फ्यूज का इस्तेमाल श्रेणीक्रम में करते है|
नेगेटिव टेम्परेचर Coefficient थर्मिस्टर
इस प्रकार के थर्मिस्टर का टेम्परेचर Coefficient नेगेटिव होता है| इसे NTC भी कहा जाता है| तापमान बढ़ने से इनका प्रतिरोध घटता है और तापमान घटाने से इनका प्रतिरोध बड़ता है | इसका उपयोग डिवाइस में सेंसर के रूप में किया जाता है | इसे भी डिवाइस में श्रेणीक्रम में लगाया जाता है |
कुछ विशेष प्रकार के भी थर्मिस्टर होते है
इस प्रकार के थर्मिस्टर को उनके बनावट के आधार जाना जाता है| जेसे की एक्सियल , रेडियल , चिप आदि | रेडियल थर्मिस्टर में पारे से बाहर निकलने वाले दोनों टर्मिनल एक ही दिशा में होते है | और एक्सियल थर्मिस्टर में पारे से निकलने वाले दोनों टर्मिनल में से एक वायर पारे के टॉप से निकाला जाता है और दूसरा पारे के बॉटम से निकलता है| इस प्रकार इसकी आकृति एक एक्सियल टाइप की बन जाती है |
थर्मिस्टर के उपयोग
1 . थर्मिस्टर उपयोग इलेक्ट्रिकल डिवाइस या सर्किट में ठंडा या गर्म को समझने के लिए सेंसर के रूप में किया जाता है |
2 .सर्किट में वोल्टेज रेगुलेटर के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता है |
3 . किसी सर्किट में ओवरकरंट जैसी कंडीशन से बचाने के लिए इनका उपयोग फ्यूज के रूप में भी किया जाता है |
4 . किसी विद्युत सर्किट में उसका टोटल रजिस्टेंस को स्थिर बनाये रखने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है |
5 . थर्मिस्टर की मदद से सर्किट में तापमान में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव को रिकॉर्ड किया सकता है |
6 . इसकी मदद से किसी डिवाइस की आवाज़ पर भी कंट्रोल किया जा सकता है |