• Page
ELECTRIC DEVICES AND THEIR USES

अब नही लगेगा बिजली का झटका || TYPE OF EARTHING || अर्थिंग क्यों जरुरी होती है|

(लेखक श्री राजेश अलोने -इलेक्ट्रिकल इंजिनियर )


परिचय
Earthing शब्द का अर्थ यह है की सर्किट में आने वाली सप्लाई से जुड़े उपकरणों को एक वायर के माध्यम से जमीन से जोड़ना| ताकि किसी प्रकार की फाल्ट की स्थिति में लीकेज होने वाले करंट को जमीन में भेजा जा सके| यह उपकरण और उस उपकरण पर कम करने वाले व्यक्ति की सुरक्षा के लिए जरुरी है|
घरेलु वायरिंग में भी अर्थिंग जरूरी होती है| इसमें स्विच बोर्ड में ध्यान देना आवश्यक है की कौन सा वायर फेज कौन सा न्यूट्रल और अर्थ का का कौन सा है|

LED BULB REPAIR करने का तरीका 
How To Work DC generator
What is High Tention Line insulator
What is smart prepaid Electricity


Definition

किसी धातु से बने उपकरण जो इलेक्ट्रिसिटी से चलता है, को एक कम प्रतिरोध के तार द्वारा जमीन से कनेक्ट करना अर्थिंग या ग्रौन्डिंग कहलाता है|

अर्थिंग क्यों आवश्यक है ?


ऐसे उपकरण जिसका बाहर की बॉडी किसी विधुत सुचालक धातु से बनी हो और किसी फाल्ट की स्थिति में बॉडी में करंट आ जाये तो कोई व्यक्ति उसे छुएगा तो झटका लगेगा और भारी नुकसान हो सकता है|
इस कंडीशन में उस उपकरण को अर्थिंग होना जरूरी है| जिससे लिकेग हुआ करंट जमीन में चला जायेगा और उस उपकरण को छूने वाले व्यक्ति को झटका नही लगेगा|

अर्थिंग कैसे करे?:

अर्थिंग का मतलब ही किसी उपकरण को जमीन से जोड़ना होता है| इसमें मेटल की प्लेट या पाइप जमीन में गाढ़ दिया जाता है और केबल के द्वारा उपकरण से कनेक्ट कर दिया जाता है|
गड्डे में नमक और कोयला भी डाला जाता है जिससे गड्डे में नमी बनी रहे| गड्डे की गहराई 3 से 5 फीट रखना चाहिए| अर्थिंग के लिए नमी वाली जमीन अच्छी मानी जाती है|

अर्थिंग के नियम

  1. घरों की कन्ड्यूट पाइप वायरिंग के लिए अर्थिंग का 8 SWG का जी आई तार प्रयोग करना चाहिए|
  2. मेन स्विच, ,selling fan, फ्रीज कूलर इत्यादि मेटल के बने उपकरण को अर्थ करना चाहिए।

अर्थिंग के प्रकार (Types Of Earthing):

  1. पाइप अर्थिंग (Pipe earthing):
    इस प्रकार की अर्थिंग (Pipe earthing) में एक 3 से 5 मीटर गहरे गड्डे में जी आई पाइप को गाढ़ा जाता है| पाइप का एक सिरा जमीन के बहार निकला होता जिससे उपकरण के कनेक्शन किये जाते है| गड्ढे में नमक कोयला और काली मिटटी डाली जाती है|
    बाहर निकले पाइप के सिरे से सभी उपकरण को कॉपर कंडक्टर के द्वारा कनेक्ट किया जाता है|
    2.प्लेट अर्थिंग (Plate earthing):
    इस प्रकार की अर्थिंग में एक मेटल की प्लेट को केबल से जोड़ दिया जाता है और प्लेट को जमीन में 3 से 5 फीट का गड्डा करके दबाया जाता है|
    इस प्लेट से निकली केबल से घर के सभी उपकरणों का कनेक्शन किया जाता है| इससे जब भी कोई उपकरण बॉडी शोर्ट होता है तो वह करंट जमीन में चला जाता है|

केमिकल अर्थिंग – Chemical Earthing
केमिकल अर्थिंग आजकल बहुत चलन में है, इसमें एक जी आई पाइप को जमीन में गाड कर उसके आसपास केमिकल डाला जाता है

अर्थिंग लगाने के फायदे


तकनीकी दृष्टिकोण से, अर्थिंग के कुछ उत्कृष्ट फायदे हैं, जिसके परिणामस्वरूप यह विद्युत उद्योग में जरुरी हो गया है|
• विद्युत प्रणाली सामान्य पृथ्वी द्रव्यमान की क्षमता से संबंधित है और एक अलग क्षमता तक नहीं पहुंच सकती है। पृथ्वी की क्षमता शून्य वोल्ट है और इसे विद्युत आपूर्ति के तटस्थ के रूप में जाना जाता है। इससे संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
• एक अन्य लाभ यह है कि चालकता के बारे में चिंता किए बिना धातु का उपयोग विद्युत प्रतिष्ठानों में किया जा सकता है। यद्यपि धातु बिजली का एक अच्छा संवाहक है, लेकिन उचित अर्थिंग यह सुनिश्चित करता है कि धातु के पुर्जों का उपयोग वर्तमान हस्तांतरण के लिए नहीं किया जाना चाहिए। यह इस दोषपूर्ण वर्तमान के लिए एक अलग रास्ता प्रदान करके किया जाता है, जिससे इसकी तत्काल पहचान और ठहराव सक्षम हो जाता है।
• वोल्टेज में वृद्धि के मामलों में, उच्च वोल्टेज बिजली के सर्किट से गुजर सकते हैं। इस तरह के अधिभार से उपकरणों को नुकसान हो सकता है और मानव जीवन को खतरा हो सकता है। जब बिजली के प्रतिष्ठानों के साथ अर्थिंग स्थापित किया जाता है, तो वर्तमान को एक अलग पथ के माध्यम से रूट किया जाता है और विद्युत प्रणाली को प्रभावित नहीं करता है।
• एक विद्युत सर्किट को एक साथ कनेक्ट करना पड़ता है जिस तरह की प्रतिक्रियाओं के साथ प्रत्येक ट्रांसफार्मर किसी भी अन्य ट्रांसफार्मर की ओर से किसी भी कार्रवाई के जवाब में हो सकता है। पृथ्वी एक कभी-कभी प्रवाहकीय सतह है और विभिन्न विद्युत स्रोतों के बीच इन संबंधों को कॉन्फ़िगर करने में मदद करता है और उन्हें संभालना आसान बनाता है।

RAJESH ALONEY

Electrical and technical support

Recent Posts

ELECTRIC SCOOTER IN INDIA || ELECTRIC SCOOTER PRICE

Electric Scooty एक प्रकार का POLUTION FREE VEHICLE है जो बिजली से चलता है। यह…

3 months ago

Servo Motor Concept | Servo Motor का कार्य सिद्धांत| उपयोग | प्रकार

Servo Motor In Hindi | Servo Motor का कार्य सिद्धांत| उपयोग | प्रकार Servo motor…

3 months ago

Direct Current (DC) Motor PRICE IN INDIA

DC motor एक इलेक्ट्रिक मोटर है इसका USE उद्योगों, मशीनों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में होता…

3 months ago

Full Form For Electrical Topic

A.C Alternating Current D.C Direct Current H.T High Tension L.T Low Tension N.O Normally Open…

5 months ago

WHAT IS VOLTMETER ? WORKING | प्रकार | उपयोग

आज हम इस POST में Voltmeter के बारे में विस्तार से जानेंगे इसमें हम समझेंगे…

5 months ago

What is Electrical Fault ? | इससे कैसे बचें |

Electrical Fault Fault एक विद्युत सर्किट में एक प्रकार का दोष या गलती है| यह…

5 months ago