MCB WORKING PRINCIPLE || MCB WORK ON WHICH EFFECT OF CURRENT || एमसीबी कैसे ट्रिप होती है ||

एक छोटा सा मजेदार DEVICE जिसे MCB कहा जाता है| आपको और आपके घर के डिवाइस को होने वाले नुकसान से बचाता है| इसका फुल फॉर्म  “Miniature Circuit Breaker” होता है | यह ब्रेकर आपको दो CONDITION से बचाता है|

हमारी  अन्य पोस्ट MCB का WORKING MACHANISM और TRIPING के कारण को स्पष्ट किया है इसका लिंक नीचे दिया गया है जरुर पड़े

MCB TRIPING REASONS 

Working & Type Of Miniature circuit break (MCB)

  1. शार्ट सर्किट (SHORT CIRCUIT)
  2. ओवर लोडिंग (OVER LOADING)

शार्ट सर्किट (SHORT CIRCUIT)

शॉर्ट सर्किट के केस में एमसीबी 3 मिली सेकंड से भी कम समय में ट्रिप होकर घर के अन्दर के  कनेक्शन को बंद कर देती है| आइए देखते हैं, यह डिवाइस इतने कम समय में और सटीक तरीके से कैसे काम करता है?

पुराने दिनों में एक साधारण से दिखने वाले डिवाइस जिसे फ्यूज (FUSE) कहा जाता है| जिसमें एक LOW MELTING  का तार लगा होता है| उसका इस्तेमाल घरों में डिवाइस की सुरक्षा के लिए किया जाता है|

FAULT की CONDITION  में यह तार HEATING  के कारण  फ्यूज हो जाता है| और सर्किट टूट जाता है| जब तक इस तार को रिप्लेस ना किया जाए सप्लाई चालू नहीं होती थी|

आमतौर पर होने वाली इसी परेशानी से निपटने के लिए सर्किट ब्रेकर का आविष्कार किया गया|

 सर्किट ब्रेकर एक ऑटोमेटिक ON/OFF  होने वाला मैकेनिज्म होता है| जो तार को एक तरफ से FIX  रखता है और दूसरी तरफ से MOMENT होता है| एक इलेक्ट्रिक फाल्ट के दौरान सर्किट खुल जाता है यानी कि एमसीबी डिजाइन अपना काम कर देती है| और फाल्ट खत्म हो जाने के बाद हम इससे आंन कर देते हैं|

एमसीबी की डिजाइन को जानने से पहले हमें पहले CURRENT  की DIRECTION पर ध्यान देना चाहिए| MCB 3 मिली सेकंड से भी कम समय में ACTIVE हो जाती है| जो अल्टरनेटिंग करंट के HALF CYCLE से भी कम समय है|

अब सवाल यह है कि यह सिस्टम एक इलेक्ट्रिक फाल्ट होने को कैसे पहचानता है| इसका जवाब यह है कि इसमें SENSING ELIMENT   होते हैं जो TRIGRING MACHANISM  को ACTIVE  करते हैं|

इस मैकेनिज्म में एक लीवर होता है, जिससे एक RACTANGULAR SPRING  जुड़ी होती है| जब लीवर ऊपर की तरफ MOVE  करता है तो  नीचे वाली स्प्रिंग में दबाव होता  है और ऊपर वाली स्प्रिंग में दबाव कम होता है|  इन दोनों स्प्रिंग का FORCE लीवर तक ट्रांसफर हो जाता है| जब एमसीबी ऑन होती है तो  लीवर की पोजीशन चित्र में दिखाएं अनुसार होगी|

अब यदि कोई बाहरी FORCE ट्रिगर पर लगता तो लीवर अपना खुद का TORQUE उत्पन्न करता है| फिर उसे बाहर के  किसी कोर्स की जरूरत नहीं होती|

अब सवाल सिर्फ यह है फाल्ट होने पर यह MOMENT  कैसे होगा?

यह संभव होता है एक ELECTRO MEGNET  की मदद से |

इसमें एक coil लगाई जाती है जिसमें से करंट FLLOW होने के बाद मैग्नेटिक फील्ड उत्पन्न होता है| जब यह  करंट बढ़ता है मैग्नेटिक फील्ड और ज्यादा स्ट्रांग हो जाता है| ध्यान देने योग्य बात यह है की, शार्ट सर्किट के केस में कुछ ही मिली सेकंड में करंट की मात्रा हजार गुना बढ़ जाती है| इसका नतीजा यह होता है कि बहुत ज्यादा स्ट्रांग मैग्नेटिक फील्ड उत्पन्न हो जाता  है| इस इलेक्ट्रोमैग्नेट के अंदर एक स्प्रिंग  पर एक लोहे का टुकड़ा लगाया जाता है| जो सेंटर से थोडा  साइड में होती है| स्ट्रांग मैग्नेटिक फील्ड इस लोहे के टुकड़े को नीचे की तरफ खींचता  है और इस तरह स्प्रिंग को PUSH कर देता है|  स्प्रिंग का यह छोटा सा MOMENT TRIGER को नीचे की तरफ फोर्स करता है| और इसी की वजह से सर्किट खुल जाता है|

आप सोच रहे होंगे कि साधारण करंट फ्लो होने पर यह लोहे का टुकड़ा नीचे की तरफ क्यों नहीं क्यों नहीं आता| वह इसलिए  क्योंकि साधारण करंट फ्लो में फोर्स इतना ज्यादा नहीं होता की स्क्रीन के टेंशन को दबा सके| जबकि शॉर्ट सर्किट के दौरान करंट साधारण CURRENT के मुकाबले 100 गुना बढ़ जाता है|  यह force इतना ज्यादा होता है कि सर्किट ही TRIP  हो जाता है|

इस फाल्ट का खतरा अभी भी दूर नहीं हुआ है| जैसे ही CONTACT खुलते हैं| करंट का बहना नहीं रुकता है| फॉल्ट करंट बहुत ज्यादा होता है जिसके कारण AIR DISCHARGE  हो सकता है| इसका मतलब यह है की करंट हवा के जरिए FLLOW हो सकता है|

इससे बचने के लिए ARC RUNNER का उपयोग किया जाता है| यह पैरेलल प्लेट का एक अरेंजमेंट होता है| जैसे ही कांटेक्ट अलग होते हैं यह HEAVY FALT CURRENT  टेंपरेचर को बहुत ज्यादा बढ़ा देता है| जिससे नुकसान हो सकता है इसीलिए इस हीटिंग को कम जरूरी है|

R=L/A

रजिस्टेंस लंबाई बढ़ाने से बढ़ता है और एरिया से कम होता है| यहां पर हमें हवा से बहने वाले करंट के रजिस्टेंस की जरूरत है| जिसकी वजह से सर्किट खुलने के बाद कांटेक्ट पॉइंट की बीच की दूरी को ज्यादा रख सके|

अब देखते हैं कि एमसीबी दूसरे प्रकार के फॉल्ट, ओवरलोड के कंडीशन को कैसे रोकता है|

ओवर लोडिंग (OVER LOADING)

OVERLOAD तब होता है जब एक साथ कई सारे उपकरण इस्तेमाल करें| क्योंकि सारे उपकरण हमारे घर में पैरेलल में कनेक्ट होते हैं| इस कंडीशन में भी करंट बहुत बढ़ जाता है| यह एक नुकसानदायक कंडीशन है जिससे हमें बचना चाहिए|

एक शॉर्ट सर्किट की कंडीशन में करंट 10 से 100 गुना बढ़ जाता है| लेकिन ओवरलोडिंग की कंडीशन में करंट दो से 5 गुना बढ़ जाता है|

ओवरलोड कंडीशन को सुलझाने के लिए एक बेहतरीन TRICK है BI MATELIC STRIP |

BI MATELIC STRIP में जैसे करंट बढ़ता है गर्माहट की वजह से यह थोड़ी सी बैंड होने लगती है| यह घटना MAIN LIVER और CENTRAL LIVER  को PUSH  करती है और यह कांटेक्ट को खोल देते हैं|

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