DTH कैसे काम करता है? || HOW TO WORK DTH ?

लेखक श्री राजेश अलोने

DTH कैसे काम करता है?

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दोस्तों सेटेलाइट में हम इंसानों के जीवन के जीने के तरीकों को काफी बदल दिया है| इस पोस्ट में हम जानेंगे की सेटेलाइट टेलीविजन कैसे काम करता है? इसमें हम यह भी जानेंगे कि INTERNET की वीडियो में BUFFERING होती है उस तरह आपके TV BROADCAST की वीडियो में क्यों नहीं होती?

 सैटेलाइट टीवी ब्रॉडकास्ट को ठीक से समझने के लिए हम पहले सेटेलाइट के PART और वह कैसे काम करते हैं इसके बारे में समझेंगे|

जैसे कि हम जानते हैं कि पृथ्वी एक ELECTRICAL ORBIT में सूर्य के चारों ओर घूमता है| और पृथ्वी स्वयं भी अपनी AXIS पर घूमता है ROTATION कि  यह AXIS ELECTRICAL ORBIT  SURFACE से PERPENDICULAR नहीं होती

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चित्र में दिखाएं अनुसार थोड़ी इन INCLAINT होती है| सैटेलाइट टीवी को काम करने के लिए सैटेलाइट को आपके घर के RELATIVE MOVE नहीं होना चाहिए | इसका मतलब यह है की सैटेलाइट को पृथ्वी की SPEED से ही घूमना चाहिए मतलब एक चक्कर लगाने में 24 घंटे लगेंगे|  

आइये इस point पर गति की जानकारी का इस्तेमाल करते हुए CENTRIFUGAL और GRAVITATIONAL FORCE की बैलेंस WQUETION APPLY करते हैं

Wsat = 2 π /24x60x60  =   7.27×10−5      rad/sec         

Gmn/R2           =          mRw  sat2    

=    42164 km

setelite को relative motion condition  पाने के लिए आवश्यक REDIAS 42164 किलोमीटर है इस ORBIT को GEOSTATIONARY ORBIT कहते हैं सैटेलाइट टीवी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सभी सैटेलाइट इसी ORBIT में लगाना चाहिए आजकल GEOSTATIONARY ORBIT बहुत ज्यादा भर गई है|

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आओ अब सेटेलाइट के बारे में कुछ बातें जानते हैं| एक setelite  के लिए आवश्यक ENERGY ज्यादातर उसके SOLAR PANNEL से आती है हालांकि सैटेलाइट सूरज के सामने नहीं हो तो एक BATTERY PACK इसके OPRATION को जारी रखने में मदद करता है| एक सेटेलाइट में THRUSTER नामक छोटे इंजन लगे होते हैं सेटेलाइट द्वारा अनुभव की जाने वाली GRAVITATIONAL FIELD, earth की surface, चांद और सूर्य की PRESENT के कारण एक समान नहीं होती, सेटेलाइट की POSITION को हमेशा सही रखने के लिए यह THRUSTER अधिक मात्रा में FORCE PRODUCE करता है|

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COMMUNICATION PURPUSE के लिए सैटेलाइट का सबसे IMPORTANT PART TRANSPONDER होता है TRANSPONDER एक निश्चित FREQUENCY पर BASE STATION से SIGNAL प्राप्त करता है और SIGNAL की POWER को बढ़ाकर और किसी भी प्रकार की SOUND को REMOVE करके उसे एक अलग FREQUENCY से EARTH पर TRANSMIT करता है| UPLINK FREQUENCY हमेशा DOWN LINK FREQUENCY से ज्यादा होती है| आप अलग-अलग FREQUENCY  BAND के एंटीना देख सकते हैं DTH के लिए Ku BAND 12-18 GHz का उपयोग किया जाता है| Ku BAND SIGNAL में अच्छी शक्ति होती है जिससे छोटे आकार के रिसीवर एंटीना फिट किया जा सकता है| पहले C BAND 4-8 GHz जिसकी एनर्जी कम होती है TELEVISION COMMUNICATION के लिए इस्तेमाल किए जाते थे और इसलिए पहले के दिनो  में बड़े एंटीना का USE होता था| हालांकि ku सिग्नल बारिश से EFFECT होते हैं इसलिए इसमें सुधार करने की जरूरत है|

अब हमारे पास कुछ BASIC जानकारी है तो आइए जानते हैं कि सैटेलाइट टीवी टेलीविजन के माध्यम से कैसे सैकड़ों टीवी चैनल आपके घर तक पहुंचते हैं| कोई चैनल बड़ी मात्रा में CONTANT PRODUCE करते हैं इसे हम PROGRAM SOURCE कहते हैं| इस चैनल को एक ही समय में कई सेटेलाइट BROADCAST के NETWORK पर उपलब्ध होने की जरूरत होती है जिसे हम DBS PROVODER  कहते हैं|

इस चैनल को प्राप्त करने के लिए बस अपने GEOSTATIONARY ORBIT में अपने किराए के ट्रांसपोंडर पर SIGNAL भेजते हैं| यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि वीडियो SIGNAL भेजने से पहले प्रोग्राम सोर्स SWITABLE POINT पर एडवर्टाइजमेंट INSERT करता है| और यह CHANNEL के लिए INCOME का पहला SOURCE होता है| अब यह चैनल एक  पॉइंट पर उपलब्ध होता है और कोई भी DBS PROVIDER, PROGRAM SOURCE के साथ BUSSINESS AGRIMENT करने के बाद SIGNAL तक पहुंच सकता है| इसी तरह DBS PROVIDER ऐसे कई CHANNEL, PROGRAM SOURCE से SIGNAL COLLECT कर के अपने किराए के TRANSPONDER पर सिग्नल भेजता है| एक DBS प्रोवाइडर TRANSMIT होने वाली बड़ी मात्रा में DATA को संभालने के लिए कई ट्रांसपोंडर किराए पर लेता है इस तरह से 300 से 400 चैनल सिग्नल डीबीएस प्रोवाइडर के सेटेलाइट पर उपलब्ध होते हैं |

अब SIGNAL TRANSMIT के अंतिम चरण END USER को सिग्नल का TRANSMITION

यहां END USER को अपने DISH ANTINA को डीबीएस प्रोवाइडर के सेटेलाइट की ओर रखना होगा| आपने देखा होगा कि अलग-अलग DBS PROVIDER के लिए जिसके एंटीना के अलग-अलग ANGLE होते हैं भले ही सभी एंटीना एक ही लोकेशन पर हो | ऐसा इसलिए है क्योंकि अलग-अलग प्रोवाइडर अपनी सिग्नल को TRANSMIT करने के लिए अलग-अलग सेटेलाइट का USE करते हैं| आपके डिश द्वारा सिग्नल की चोरी को रोकने के लिए इसे INCRIPT किया जाता है और सिर्फ SET UP BOX की एक BERICTED CARD से इसे वापस DECRIPT किया जा सकता है| क्या आप जानते हैं कि सैटेलाइट टीवी टेलीविजन पर जो लाइव वीडियो देखते हैं वह वास्तव में कुछ सेकेंड की देरी से दिखाई देता है| ब्रॉडकास्ट से छोड़े जाने वाले सिग्नल को आप तक पहुंचने से पहले दो सेटेलाइट के माध्यम से लंबी दूरी तय करनी पड़ती है| भले ही सिग्नल लाइट की स्पीड से ट्रैवल करता है  लेकिन इतनी बड़ी दूरी का लगभग 0.5 सेकंड की देरी का कारण होगी| एक लाइव ब्रॉडकास्ट सामान्य देरी के अलावा अन्य देरी को भी जोड़ सकता है|

अब INTERNET की वीडियो और सैटेलाइट टीवी के बीच के दिलचस्प COMPERISION के लिए TELEVISION और INTERNET TECHNOLOGY दोनों एक DIGITAL FORMATE में O और 1 के रूप में डाटा ट्रांसमिट करते हैं|