इस पोस्ट में हम tube light starter CONNECTION के बारे में सीखेंगे (अन्य प्रकार के थ्री phase & सिंगल phase स्टार्टर के किये यहाँ) क्लिक करे
जब TUBE LIGHT को ON किया जाता है तब स्टार्टर की जरूरत होती है बिना स्टार्टर के ट्यूबलाइट स्टार्ट नहीं होती है एक बार TUBE LIGHT ON हो जाए उसके बाद STARTER तो को निकाल भी लेंगे तो भी ऑन ही रहेगी
यदि हम STARTER को OPEN करके देखेंगे तो उसके अंदर हमें एक नियॉन बल्ब और एक CAPACITOR लगा हुआ मिलेगा इन दोनों की WORKING अलग-अलग होती है लेकिन नियॉन बल्ब का WORK IMPORTANT होता है इसमें नियॉन गैस भरी होती है इसलिए इसे नियॉन बल्ब कहते हैं
नियॉन बल्ब के अंदर 2 पॉइंट होते हैं 1 पॉइंट तो FIX होता है लेकिन दूसरा MOVABLE होता है और MOVABLE POINT HEATING के कारण MOVEMENT करता है

डायग्राम में हमने CHOKE से होते हुए PHASE और NUTRAL ट्यूब लाइट को दे दिया है फिर भी वह स्टार्ट नहीं हो रही है इसका कारण यह है ट्यूबलाइट में नियॉन गैस होती है इससे HEAT करने के लिए HIGH VOLTAGE की आवश्यकता होती है लेकिन हमारे घरों में सिर्फ 230 VOLT ही AVAILABLE होता है यह हाई वोल्टेज हमें स्टार्टर से ही मिलेगा आएये इसकी WORKING को समझते हैं
WORKING OF STARTER
ट्यूबलाइट से निकलने वाले PHASE & NUTRAL यदि स्टार्टर से कनेक्ट किया जाए तो वह स्टार्ट हो जाती है जैसे कि हम जानते हैं के स्टार्टर के अंदर नियॉन बल्ब में 2 पॉइंट होते हैं जिसमें एक FIX और एक MOVABLE होता है
जैसे ही नियॉन बल्ब में PHASE और NUTRAL की SUPPLY दी जाती है तो दोनों POINT बहुत पास पास होने के कारण उनमें SPARKING होती है उस SPARKING के कारण बल्ब के अंदर भरी नियोन गैस गर्म होने लगती है जैसे बल्ब के अंदर HEAT बढ़ती है उसके अंदर के पॉइंट गर्म होकर MOVABLE पॉइंट और FIX POINT आपस में जुड़ जाते हैं और शॉर्ट सर्किट हो जाता है

जब शॉर्ट सर्किट होता है इसका मतलब यह है कि सर्किट में बहुत ज्यादा मात्रा में करंट का FLOW होना जैसे ही करंट बढ़ेगा VOLTAGE बहुत कम हो जाएगा बल्ब के अंदर शॉर्ट सर्किट होने के कारण उसमें SPARKING बंद हो जाती जिससे बल्ब के अंदर का तापमान कम हो जाएगा और दोनों पॉइंट दूर दूर हो जाएंगे जैसी दोनों पॉइंट दूर-दूर होंगे शॉर्ट सर्किट भी बंद हो जाएगा तो एकदम करंट का FLOW कम हो जाएगा और जैसे ही CURRENT का FLOW कम होगा VOLTAGE बहुत ज्यादा मात्रा में बढ़ेगा यही वोल्टेज ट्यूबलाइट के अंदर जाएगी जिससे ट्यूबलाइट के अंदर भरी गैस को गर्म करेगा जिससे ट्यूबलाइट के अंदर का सर्किट पूरा हो जाएगा और ट्यूबलाइट ON हो जाएगी
अब ट्यूबलाइट की गैस गर्म हो गई इसके बाद अंदर का सर्किट गैस द्वारा ही पूरा हो जाता है ऐसी कंडीशन में स्टार्टर को निकाल मिलेंगे तो ट्यूब लाइट ON ही रहेगी
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