WHAT IS Soldering iron
जिस प्रकार IRON के दो part को जोड़ने के लिए WELDING MACHINE USE की जाती है उसी प्रकार से इलेक्ट्रिकल के 2 Point कनेक्शन के लिए सोल्डरिंग आयरन मशीन USE होती है।
सोल्डरिंग आयरन इलेक्ट्रिकल रिपेयरिंग के लिए अच्छा औजार है जिसका use किसी भी दो पॉइंट के कनेक्शन करने के लिए किया जाता है।
principle of Soldering iron
सोल्डरिंग मशीन में input के रूप में AC या DC SUPPLY दी जाती है जबकि उसका OUTPUT में HEAT निकलती है।
supply देने के बाद सोल्डरिंग मशीन का coil गर्म होने लगता है। coil गर्म होने के बाद उसमे लगा बीट भी heat होता है। कुछ समय में बीट गर्म हो जाता है और वो सोल्डरिंग वायर (रांगा) को पिघलाता है ताकि सर्किट पर शोल्डिंग किया जा सके।
TYPE OF SOLDERING IRON
circuit पर शोल्डिंग करने के लिए कई प्रकार के सोल्डरिंग आयरन का इस्तेमाल किया जाता है। इनपुट सप्लाई के आधार पर भी मुख्य रूप से 2 प्रकार के होते है।
AC soldering iron
जिस शोल्डर मशीन को AC सप्लाई पर चलाया जाता है उसे AC soldering iron कहा जाता है। यह 220 वोल्ट AC पर कार्य करता है।
DC SOLDERING IRON
जिस soldering iron का use डीसी पॉवर पर किया जाता है उसे डीसी सोल्डरिंग आयरन कहा जाता है। maximum डीसी सोल्डरिंग 12 वोल्ट डीसी पर इस्तेमाल किया जाता है
बनावट के आधार पर सोल्डरिंग
CLOSE BODY–
जिस शोल्डिंग मशीन में बॉडी नहीं होता उसे क्लोज बॉडी सोल्डरिंग आयरन कहते हैं। इस सोल्डरिंग में हैंडल, बीट और power cable होता है।
इस तरह के soldering iron का coil और बीट गोल होता है और मोबाइल रिपेयरिंग के काम में इसी प्रकार के शोल्डिंग मशीन का use होता है।
OPEN BODY–
इस तरह के सोल्डरिंग आयरन का coil fix नहीं होता है और इसमें open body वाले soldering iron के स्क्रू को खोलकर उसके coilऔर बॉडी को अलग-अलग किया जा सकता है।
PATR OF SOLDERING IRON
power cable सोल्डरिंग मशीन में पावर देने के लिए एक पावर cable लगाया जाता है। इस cable में एक pin लगा होता है जिसे supply बोर्ड में लगाया जाता है।
HANDLE – सोल्डरिंग मशीन में सप्लाई देने के बाद coil गर्म होने लगता है। coil के गर्म होते के बाद बीट और बॉडी दोनों गर्म हो जाता है । इसलिए इसे हाथ में पकड़ने के लिए प्लास्टिक या लकड़ी का हैंडल लगाया जाता है।
BEAT – शोल्डिंग किये जाने वाले circuit अनुसार सोल्डरिंग मशीन के coil पर एक बीट लगाया जाता है। इसी बीट के नोक पर सोल्डरिंग वायर पिघलाकर शोल्डिंग का काम किया जाता है।
COIL– बीट को गर्म करने के लिए coil का use होता है। coil में ही सप्लाई दिया जाता है जिससे ये गर्म होकर बीट को गर्म करता है।