VCB का फुल फॉर्म Vacuum Circuit Breaker है। मेक एंड ब्रेक के समय में जो इलेक्ट्रिक आर्क genrate होता हे उसे बुझाने का माध्यम यहां vacum है। इसीलिए, इसे VCB या ने Vacuum Circuit Breaker कहते हे। इसका उपयोग power sub station और इंडस्ट्रीज के electric Panel में किया जाता हे। ये ब्रेकर 11kv और 33kv तक के लिए use किया जाता हैI
VCB में MOOVING और FIX CONTACT होते हे जिसको स्थायी रूप से VACUUM के साथ SEAL कर दिया जाता हे। VACUUM को SEAL करने के कारण वहा OXIGEN की मात्रा नहीं रहती और ELECTRICAL ARC जल्दी END हो जाता है । इस BREAKER में VACUUM की डिग्री 10-7 से 10-5 टोर तक होती है।
working
यह GENRALY CIRCUIT BREAK करता हे और हमारे जरुरत के हिसाब से सर्किट को OPEN और CLOSE कर सकते हे। VCB में मुख्य काम CACUUM का हे। CACUM में कोन्टक्ट मेक एंड ब्रेक होते हे। ऊपर का कॉन्टेक्ट फिक्स होता हे। और निचे के कॉन्टेक्ट मूविंग होते हे,जो कमांड मिलने पे मेक एंड ब्रेक होता है
जब सर्किट ब्रेकर के सम्पर्क VACUUM 10-7 to 10-5 torr में खुलते हैं, तो दोनों सम्पर्कों के मध्य आर्क उत्पन्न होता है। आर्क उत्पन्न होने से सम्पर्कों के metal का वाष्पन होने के कारण माध्यम आयोनाइज्ड हो जाता है। फिर भी आर्क बहुत तेजी से बुझ जाती है, क्योंकि जो धात्विक वाष्प होता है वह निर्वात् के अन्दर बहुत तेजी से संघनित हो जाते हैं और पुन: सम्पर्कों पर जमा हो जाते हैं जिसका परिणाम यह होता है कि बहुत ही तेजी से dielectric strength बढ़ती है।जब सर्किट ब्रेकर के सम्पर्क निर्वात् 10-7 to 10-5 torr में खुलते हैं, तो दोनों सम्पर्कों के मध्य आर्क उत्पन्न होता है। आर्क उत्पन्न होने से सम्पर्कों के metal का वाष्पन होने के कारण माध्यम आयोनाइज्ड हो जाता है। फिर भी ARC बहुत तेजी से बुझ जाती है, क्योंकि जो धात्विक वाष्प होता है वह VACUUM के अन्दर बहुत तेजी से संघनित हो जाते हैं और पुन: सम्पर्कों पर जमा हो जाते हैं जिसका परिणाम यह होता है कि बहुत ही तेजी से dielectric strength बढ़ती है।।
Circuit breaker में Vacuum sylender में oxygen नहीं होती इसीलिए,वहा आर्क जनरेट नहीं होता या बहुत कम होता है। arc Metal के ionization के कारण होता है। आर्क के समय में मेटालिक वेपर, Electrons और ions उत्पन्न होता हे। इसमें उत्पन्न होने वाली arc को vacuum से end दिया जाता हे। इसकी dialectical strength भी बेहतर है।
VCB में over load, short circuit, का प्रोटेक्शन करता है । जो किसी भी असामान्य स्थिति में इलेक्ट्रिक सर्किट को सुरक्षा प्रदान करता हे।
Function of vcb
VCB में CLOSSING CIRCUIT, TRIPING CIRCUIT, स्प्रिंग चार्जिंग सर्किट होती है।
CLOSSING CIRCUIT में क्लोजिंग COIL को कमांड मिलता हे जिसे BREAKER क्लोज होता है।
iIndicative circuit–
VCB की इस CIRCUIT में ब्रेकर की स्थिति क्या है दर्शाता है इसमें ब्रेकर ON’ OFF’ TRIP’ और ब्रेकर टेस्ट और सर्विस पोजीशन में है ये दर्शाता हे।
अक्सिलारी कॉन्टेक्ट – Circuit Breaker में कुछ NO और NC कॉन्टेक्ट रहते हे। जो कंट्रोलिंग और इंटरलॉक के लये उपयोग किया जाता हे।
Counter – जो ब्रेकर के opration को count करता है।
Vacuum Interupter –
जो arc में registance उत्पन्न करता है उसे Interupter कहते हे। इसकी बनावट insulator के अंदर स्टील का आर्क sylender रहता हे। जिसमे vacum होता है। fix और moving contact open और close होते है।