LEARN HOW TO GENRATE ELECTRICITY

HOW TO GENRATE ELECTRICITY

ENERGY  को मौलिक रूप से उत्पन्न नहीं किया जा सकता है इसे  एक रूप से दूसरे रूप में CHANGE किया जाता है ELECTRICITY भी एक प्रकार की ENERGY  है और इसका वास्तव में उत्पादन ना होकर MAchenical energy  का electric  energy  में रूपांतरण है यह कार्य GENRATOR  और अल्टरनेटर के द्वारा किया जाता है

Electriccity  power house

वहां place  जहां ELECTRIC POWE का MAXIMUM उत्पादन किया जाता है Electriccity  power house कहलाता है

ELECTRICITY  4 प्रकार से GENRATE कि जाती है ‌‍

Hydroelectric power house

इस विधि में किसी नदी या नहर पर डैम बना कर पानी को collect  किया जाता है और उस पानी को ऊंचाई से गिरा कर TURBINE  चलाई जाती हैI यह TURBINE ALTERNATOR  को MACHENICAL POWER प्रदान करती हैI और ALTERNATOR  ELECTRICITY  पैदा करता हैI इस प्रकार के ALTERNATOR की ROTATING SPEED कम होती है इसीलिए इसमें POLE की संख्या अधिक रखनी पड़ती है Hydroelectric power house की स्थापना लागत अधिक होती है लेकिन RUNNING COST कम होती है जिसके कारण HYDRO ELECTRIC  अन्य प्रकार के उत्पादन की अपेक्षा सस्ती पड़ती है।

Thermo electric power

इस विधि में कोयला या किसी अन्य ईंधन के जलने से उत्पन्न होने वाली HEAT  से पानी की वाष्प तैयार की जाती है जिससे TURBINE  चलाई जाती हैI यह TURBINE अल्टरनेटर को MACHENICAL POWER  प्रदान करती है और ALTERNAQTER  ELECTRICITY POWER पैदा करता है I वाष्प टरबाइन चलित अल्टरनेटर MIDIUM CAPACITY वाले होते हैं इसकी स्थापना एवं कार्यकारी लागत अधिक होती है भारत में THERMO ELECTRIC POWER HOUSE का संचालन अधिकांश नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन NTPC द्वारा संपन्न किया जाता है I

Diesel electric power house

DIESEL एक महंगा और सीमित मात्रा में उपलब्ध होने वाला ईंधन है SPECIAL  प्रयोजन हेतु DIESEL  ENGINE  चलित ALTERNATER  से ELECTRIC POWER पैदा की जाती है इसका उपयोग MOSTLY रेगिस्तान, युद्ध स्थल, के विवाह स्थल आदि में  किया जाता है आजकल इसका उपयोग आपातकालीन विद्युत उत्पादक MACHINE के रूप में किया जाता है I

Atomic electric power house

इस विधि में जलवाष्प तैयार करने के लिए ATOMIC POWER का USE किया जाता है I यह एक ऐसा ईंधन है जिसकी बहुत अल्प मात्रा ही बहुत अधिक मात्रा में HEAT पैदा कर सकती है जिसमें ATOMIC इंधन के विखंडन से HEAT ENERGY तैयार की जाती है और HEAT ENERGY से वाष्प TURBINE चलाई जाती है I यह टर्बन ALTERNATOR को MACHENICAL ENERGY प्रदान करती है और अल्टरनेटर ELECTRIC ENERGY  पैदा करता है

Atomic power station

दुनिया में खनिज ENERGY  सीमित है और संसार फैक्ट्रियां बढ़ा रही है जिससे लगता है कि यह ENERGY  जल्दी समाप्त हो जाएगी इसीलिए ELECTRICITY  पैदा करने के लिए इस ENERGY  का उपयोग करना कठिन हो गया है इसीलिए वैज्ञानिक द्वारा नई ENERGY ATOMIC POWER ढूंढ निकाली है I यह ENERGY  एक कमाल की ENERGY  है जिसमें केवल 1 किलो ग्राम ATOMIC MATERIAL,  URANIUM से इतनी ENERGY  पैदा की जा सकती है जितनी की 3000 क्विंटल कोयला जलाने से मिलती है। ATOMIC POWER के लिए प्राकृतिक ईंधन URANIUM एंड THORIUM का USE  किया जाता है।

फास्ट ब्रीडर रिएक्टर (FAST BREADER REACTOR)

FAST BREADER REACTOR एक जादू जैसी चीज है इस REACTOR में जितनी  ATOMIC ENERGY  रखा जाता है इससे कहीं अधिक ATOMIC ENERGY मिलती  है या कुछ वैसे ही है जैसे यदि किसी भट्टी में 100 किलो ईंधन जलाया जाए तो ENERGY  प्राप्त होने के साथ-साथ 120 किलो नया इंधन भी मिल जाए

फास्ट ब्रीडर रिएक्टर में प्राकृतिक यूरेनियम और प्लूटोनियम का मिश्रण रखा जाता है ऐसे REACTOR में ATOM को विखंडित करने के लिए FAST SPEED वाले NUTRON का USE होता है I एक FAST NUTRON जन्म लेते हैं जिसमें 1.2 न्यूट्रॉन प्लूटोनियम कि दूसरे परमाणु को छोड़कर ENERGY पैदा करते हैं और NUTRON MIXER करके uranium-238 ATOM  को प्लूटोनियम में रूपांतरित कर देते हैं इस तरह इन फास्ट ब्रीडर रिएक्टर में जहां एक और प्लूटोनियम के 12 परमाणु विखंडित होकर ऊर्जा पैदा करते हैं वहां uranium-238 के रूपांतरण से प्लूटोनियम इंधन जलता है 1.52 गुणा नयी एनर्जी  पैदा होती है I

यही फास्ट ब्रीडर रिएक्टर की बुनियादी सिद्धांत है I इन REACTOR  में जितना प्लूटोनियम खर्च होता है उससे अधिक नया PLUTONIUM जन्म लेता है इसलिए इसे प्रजनन कहते हैं I इसमें FAST ELECTRONS का USE  होता है इसलिए यह फास्ट ब्रीडर रिएक्टर कहलाते हैं यूरेनियम थोरियम भी एक बुनियादी परमाणु और भंडारों के मामले में भारत दुनिया का बड़ा देश है I समुद्र तट कि मोनजाईट रेत  में यह  थोरियम पाया जाता है लेकिन इस प्राकृतिक थोरियम को ऊर्जा प्राप्त करने के लिए सीधी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता इससे एक नई किस्म की POWER  uranium-233 में  बदला जाता है तभी यह  एक उपयोगी परमाणु ईंधन बनता है U-233 भी मानव निर्मित है I

FAST BREADER REACTOR  में परमाणु ईंधन के रूप में प्लूटोनियम को स्थापित करने के बाद उसके इर्द-गिर्द BLENCKET के रूप में प्राकृतिक थोरियम को रखा जाए तो यह दोनों चीजें क्रमशः प्लूटोनियम और यूरेनियम 233 में बदल जाती है तब इन दोनों नई चीजों को पुनः रिएक्टर में रखकर एनर्जी प्राप्त की जा सकती है

अंत में एक ऐसा दौर आएगा जब रिएक्टर की केंद्र भाग में ENERGY प्राप्त करने के लिए यूरेनियम 233 से ऊर्जा मिलेगी और साथ ही  BLENCKET  का प्राकृतिक थोरियम नए परमाणु ईंधन यूरेनियम 233 में बदलता जाएगा I इस व्यवस्था को THORIUM CYCLE  का नाम दिया जाता है I

nuclear power station

NUCLEAR REACTOR  का चित्र दिखाया गया है जिसमें URANIUM-233 NUCLEAR FUSE है और मॉडरेटर ग्रेफाइट है I ग्रेफाइट ब्लॉक में गोल HOLE दिए जाते हैं जिसमें NUCLEAR FUSE की ROD रखी जाती है इन ROD  पर एलुमिनियम का COVER  चढ़ा होता है I फिर इनको ALUMINIUM की TUBE में डालकर फिर ग्रेफाइट में बनी ROUND CHANNEL में रखा जाता है I इस REACTOR  में BORAN STEEL ROD रखी जाती है I जिससे की CHAIN REACTION किया जा सके I BORON, STEEL NUTRONS को बहुत जल्दी ABSORB लेती है

इस REACTOR में पैदा होने वाली HEAT को भी निकालना आवश्यक है जिसके लिए किसी विशेष प्रकार का COOL करने वाला coolant आवश्यक है I जिसके लिए पानी, गैस, MOLTEN METAL SODIUM OR BISMUTH का USE किया जाता है I

REACTOR  से निकलने वाली RADIO ACTIVE REDIATION से वहां काम करने वालों को बचाने के लिए REACTOR के चारों तरफ कंक्रीट की बनी SHIELD लगाते हैं I इस फिल्म को BIOLOGICAL SHIELD कहते हैं I

REACTOR में चलने वाली COOLENT भी RADIO ACTIVE बन जाते इसलिए इन COOLENT को सीधा TURBINE  में ले जाना खतरनाक है I इसीलिए COOLENT  को REACTOR  और TURBINE  के बीच में एक HEAT EXCHANGE में से गुजारा जाता है I चित्र में SODIUM COOLENT METHOD दिखाई गई है इसमें LIQUID SODIUM और RESERVER  में से आता है और REACTOR  में गर्म होता है और साथ साथ वह HEAT EXCHANGE में रखे सोडियम को HEAT करता है I दूसरा LIQUID SODIUM RESERVER में से ELECTROMEGNETIC PUMP द्वारा PUMP किया जाता है I इस दूसरे SODIUM की HEAT के द्वारा SUPER HEATER में पानी की वाष्प को अत्यधिक गर्म करता है और बाद में STEEM BOILER से STEEM प्राप्त करते हैं I  अब यह STEEM  एक्टिव नहीं होती है I और इसके द्वारा स्टीम टरबाइन चलाई जाती है जो कि अब सुरक्षित है steem से CONDANCER विधि द्वारा AULTERNATOR से current gentator चलाए जाते हैं I