Frequency meter
FREQUENCY METER को WEB METER भी कहते हैं इस मीटर का USE किसी रिजोनेंस CIRCUIT या TRANSMETER की FREQUENCY नापने के लिए किया जाता है यह मीटर रेजोनेंस के सिद्धांत पर कार्य करता है इस मीटर में एक VARIABLE CAPACITOR एक DIAL LAMP और COIL होती है इस मीटर से फ्रिकवेंसी चेक करने के लिए फ्रीक्वेंसी रेंज की COIL CONNECT कर देते हैं और के coil को ट्रांसमिटिंग ARIAL के पास ले जाते हैं। इसमें COIL में EMF पैदा हो जाता है जब METER के CAPACITOR को घुमा कर ऐसी CONDITION में लाते हैं जिस पर DIAL LAMP अधिकतम show हो इस CONDITION में मीटर का INDICATOR TRANSMETER की FREQUENCY को SHOW करता है चित्र में फ्रीक्वेंसी का BASIC CIRCUIT DIAGRAM बताया गया है।

मल्टीमीटर (Multimeter)
MULTIMETER एक multi use Electronic devoice है इसके द्वारा AC & DC voltage dc current तथा REGISTANCE etc यूनिट का मान का मेजर किया जाता है विभिन्न कंपनियों द्वारा अलग-अलग मल्टीमीटर का निर्माण किया जाता है यह साइज में छोटे से लेकर बड़े आकार में उपलब्ध होते हैं प्रत्येक मल्टीमीटर का USE उसकी डिजाइन पर निर्भर करता है परंतु O सभी का एक जैसा होता है उस मल्टीमीटर में डेसीबल vallue की सुविधा भी होती है ऐसे मीटर में 1 डेसीबल स्केल भी दिया जाता है यहा यहां पर मीटर दर्शाया गया है इस किस सेंटर भाग में एक स्विच लगा होता है जो रेंज सिलेक्टर कहलाता है ।
इसके द्वारा VOLTAGE CURRENT या REGISTANCE की विभिन्न रेंज को SELECT किया जाता है SELECTER SWITCH के बाई और एक दूसरा स्विच लगा होता है जिसके द्वारा यह ac और dc को SELECT करते हैं इसी स्विच के ठीक नीचे NEGETIVE TERMINAL तथा POSSITIVE TERMINAL मल्टीमीटर की काली लीड को COMMON टर्मिनल तथा लाल लीड को POSSITIVE TERMINAL में डालते हैं RENG SELECTOR स्विच के दाई और स्विच zero ओम सिलेक्ट पोटेंशियोमीटर होता है जिसके द्वारा दोनों लीड को short करके मीटर को ओम रेंज पर रखकर सिग्नल को zero ओम पर सेट करते हैं जीरो सिलेक्टर स्विच के ऊपर 50 माइक्रोएम्पीयर और 10 एंपियर करंट के तारों को दोनों टर्मिनल तथा नीचे 5000 वोल्ट एसी तथा डीसी नापने के लिए दो अलग अलग तरह TERMINAL बने होते हैं जिसमें 5000 वोल्ट तक की AC & DC VOLTAGE नाप सकते हैं।

इंसुलेशन टेस्टिंग मीटर या मेकर
MEGAR एक प्रकार का HIGH REGISTANCE नापने का मीटर है। इसका USE 1 MEGA OHM अधिक REGISTANCE नापने के लिए किया जाता है इसके द्वारा किसी यंत्र में LICKEGE CURRENT चेक करने INSULATION TEST करने तथा ELECTRIC WIRING आदि और NUTRAL के बीच में EARTH TEST भी किया जाता है इसमें एक हाथ में चलने वाली डीसी जनरेटर होता है जनरेटर से पैदा की गई ENERGY को एक-एक रजिस्टेंस के द्वारा coil में दिया जाता है ऐसा कि चित्र में दर्शाया गया है

इसमें 1 को coil को PRESURE COIL कहते हैं और दूसरी COIL जो के PRESURE COIL के ठीक 90 डिग्री पर एक ही MEGNETIC FIELD में लगी होती है उसे CURRENT COIL कहते हैं जब हम किसी पदार्थ का INSULATION TEST करते हैं तो उसे टर्मिनल x और y बीच कनेक्ट करते हैं यदि पदार्थ का INSULATION अच्छा है तो MEGAR का symbol infinite रीडिंग show करेगा ।
यदि इंसुलेशन पदार्थ का REGISTANCE कम है तो symbol उसकी vallue show करेगा यदि x आओर y पर कोई REGISTANCE लगा दिया जाए तो presure coil से एक CURRENT COIL में CURRENT FLLOW होने लगती है जिससे MEGAR का SYMBOL DIFLECTION देने लगता है और उस REGISTANCE की vallue बताता है इसी प्रकार जब MEGAR के द्वारा WIRING की PHASE और EARTH के बीच किसी प्रकार की lickeg voltage चेक करनी है तो MEGAR के दोनों सिरों पर फेस और अर्थ वायर को कनेक्ट करके मेगर के जनरेटर को हाथ से घूम आते हैं जनरेटर को घुमाने से ELECTRICITY FLLOW होती है जो coil में बहने लगती है यदि अर्थ वायर के बीच कोई शार्ट हो रही हो तो मैगर के करंट कॉइल में करंट fllow होने लगती है और megar का SYMBOL DEFLECT होकर REGISTANCE SHOW करेगा इस प्रकार megar का use high रजिस्ट्रेशन वैल्यू टेस्ट और earth टेस्ट के लिए किया जाता है।