लेखक श्री राजेश अलोने विद्युत अभियंता
मै इस पोस्ट में HOUSE WIRING की जानकारी दूंगा जिसमें आप स्वयं थोडी मेहनत करके अपने घर की WIRING कर सकते हो, या electrician द्वारा की गई WIRING में खराबी आने पर स्वयं बिना किसी खर्चे के सुधार सकते हो। निचे दिए गए Tip अवष्य ध्यान रखे ताकि पता चले कि वायरींग के नियम क्या क्या होते है।
Cable Colour Code:-
CABLE COLOUR CODE का ज्ञान होना WIRING में अति आवष्यक होता है। इससे आप आसानी से पहचान सकते है कि किस Colour का Wire कौनसे काम में आ रहा है।
(Red Wire):-.
red wire मुख्यतः phase वाला wire होता है इसे गर्म तार भी कहा जाता है। इसी तार से मुख्य धारा का प्रवाह होता है। और Home wiring में सभी Switches इसी Wire में जोडी जानी चाहीए। Phase wire और Nutrul wire मिलकर Circuit को पूरा करते है। इसी तार में घर के सभी Switches जोडे जाने चाहीए।
(Green wire):-
green wire के wire का उपयोग मुख्य रुप से Erthing के लिए किया जाता है wiring में अथिंग आवष्यक रुप से होना चाहीए। यह किसी भी उपकरण को नष्ट होने से बचा सकता है या हमें शाॅक लगने से भी बचाए रखता है। इसीलिए वायरिंग में Erthing का विषेष ध्यान रखे और अवष्य करे।
(Black Wire):-.
Black Wire एक Nutral wire होता है इसे cold wire भी कहा जाता है। इसे किसी भी Device से Direct जोडा जाता है। यह तार फेस वायर से मिलकर सिंगल फेज र्सिर्कट को पूरा करता है।
(Blue Or Yellow wire)
नीला या पीले रंग के wire का use Inverter के वायरिंग के लिए किया जाता है। जिससे पता चल सके कि Home wiring में Inverter के तार कौन से है।
Home wiring में उपयोग आने वाली सामग्री एवं connection
wiring के लिए आपको पहले conform करना पडेगा कि आपको Under Ground wiring करना है या बाहरी curface पर इनके लिए आपको conduit Pipe या casing Capping मार्केट में आसानी से मिल जाएगी conduit Pipe, Under Ground के लिए, और casing capping बाहरी Curface के लिए USE कि जाती है।

आम तौर पर जो Switch Board हम घरो में USE करते है उसमें Switch, Socket, Fuse, Fan रेगेलेटर और Indicator लगे होते है। इनका CONNECTION निचे Diagram से समझाया गया है।

या जैसा कि ऊपर Diagram में समझाया गया है कि घर में स्वीच बोर्ड कि Wiring जिसमंे phase तार को Fuse से होते हुए switch में लाया गया है और Nutral wire को सिधा divice से जोड दिया गया है। इस तरह के Connection से Phase wire को fuse से disconnect करके बिना किसी डर के वायरिंग कि मरम्मत कि जा सकती है और connection में फाल्ट आने पर Fuse Automatic उड जावेगा जिससे उससे control होने वाले divice की हानि होने से बचाया जा सकता है।
Type of Wiring
हमे घरो में तरह तरह की Wiring देखने को मिलती है हमे सुनिष्चित करना पडेगा कि कैसी वायरिंग करना उचित है। वायरिंग के कुछ प्रकार निम्नलिखित है।
- किलिट वायरिंग
यह wiring की बहुत ही पुरानी पद्धति है इसे स्थाई तौर पर नही किया जाना चाहीए क्योकि इसमे तारो को लकडी या प्लास्टीक के सहारे लटका दिया जाता है। इसे घरो में करना हानिकारक होता है क्योकि इसमें Loose Connection के कारण आग लगने का डर रहता है। किलिट वायरिंग को अस्थाई केम्प में की जाती है। यह कम खर्चिली होती है, इसे Repair करना आसान होता है इस पर वातावरण का प्रभाव जल्दी पडता है और जल्दी ही खराब होने लगती है।यह दिखने में सुन्दर नही होती।
- Conduit Pipe Wiring
यह वायरिंग दो प्रकार से कि जाती है। 1) बाहरी Curface पर 2) दिवार के अन्दर
बाहरी Curface पर:- यह वायरिंग दिवार या छत के बाहर ही Screw के द्वारा लगाई जाती है इसमें गोल पाईप या केसिंग केपिंग का use किया जाता है इस तरह की वायरिंग में फाल्ट आने पर आसानी से पता लगाया जा सकता है। दिखने में सुन्दर होने के साथ ही Maintenance आसान होता है और अन्य वायरिंग से सस्ती होती है।
दिवार के अन्दर में (Under Ground):- इसे Concealed wiring भी कहा जाता है इसमें भवन निर्माण के समय ही पाईप दिवार या छत में दबा दिए जाते है। यह वायरिंग सबसे सुरक्षित मानी जाती है इस पर मौसम का प्रभाव नही होता है।

इस तरह की wiring में फाल्ट का पता लगाना आसान नही होता है और Metal के पाईप में अर्थिंग ठीक से न हो तो Short circuit का खतरा रहता है।
3- Cassing Capping Wiring
यह वायरिंग अन्य wiring से सस्ती होती है इसमें casing को स्क्रू की सहायता से दिवार या छत में मजबुती से लगा दिया जाता है। casing में तार डाल के Capping को मजबुती से लगा दिया जाता है। यह दिखने में सुन्दर होती है, अन्य wiring से कम खर्चिली है, maintenance आसान है और वातावरण का Effect कम पडता है।

4.Batten wiring
चित्र इस तरह कि wiring में तारो को बेल्ट से लकडी से बंाध दिया जाता है। यह अन्य अन्य wiring से सस्ती होती भारत में इस वायरिंग का प्रचलन कम है। इस पर वातावरण का प्रभाव पडता है इसलिए इसे घर के बाहर नही की जाती इसमें Heavy Cable का उपयोग नही होता है
घर कि वायरिंग में महत्वपूर्ण सावधानिया
घर की वायरिंग में महत्वपमर्ण सावधानिया बरतनी चरहीए इन सावधानियो पर अवष्य ध्यान देवे।
- वासरिंग का नक्षा बनाना:- सर्वप्रथम आप अपने घर की वायरिंग का नक्षा अवष्य बनावे एवं सुनिष्चित करे कि Switch Board कहा लगाना है मीटर बोर्ड और Main Switch Board जैसे MCB कहा लगाना है। साथ ही नोट करके रखे कि आपातकालिन स्थिति में पूरे घर की Supply कहा कहा से Off कर सकते है। एवं मरम्मत के समय पूरे घर की Supply बंद नही करना पडेगा और आप जिस कमरे कि मरम्मत करेंगे सिर्फ उसी कमरे की supply Off होगी
- Low Quality के सामान का उपयोग करना
House wiring में हमेषा उत्तम गुणवत्ता के Material का Use करना चाहीए। जिससे wiring लम्बे समय तक टीक सके और दुर्घटनाओ से बचा जा सके। Low Quality के समान जल्दी ही खराब हो जाते है जिससे शाॅक लगने का खतरा रहता है